स्मरण: राष्ट्रवाद के प्रणेता अरविन्द

राष्ट्रवाद के प्रणेता अरविंद: कौशल किशोर आज ही के दिन यानी पांच दिसंबर 1950 को महर्षि अरविंद का देहांत हुआ था। आधुनिक भारत में देशप्रेम व राष्ट्रवाद के विषय में विकसित हुई चेतना के लिए उन्हें याद करने की रवायत है। वंदे मातरम और कर्मयोगी जैसे पत्र के प्रकाशक बिपिन चंद्र पाल और अरविंद घोषContinue reading “स्मरण: राष्ट्रवाद के प्रणेता अरविन्द”